Kanya Rashifal 2020
कन्या राशिफल 2020

कन्या राशिफल 2022

कन्या राशिफल 2022

कन्या राशिफल 2022 के अनुसार, इस वर्ष आपके लिए कार्य, सम्मान, फाइनेंस आदि के लिहाज से बहुत उत्तम रहने की उम्मीद है। वर्षारंभ आपके राशि के चौथे स्थान में गुरु, केतु, सूर्य, और शनि, आपके राशि स्वामी बुध के साथ विचरण कर रहे हैं। सूर्य के साथ होने से बुधादित्य योग भी बन रहा है, जो आपके लिए सफलता का योग बना रहे हैं । कन्या राशिफल 2022, आपको कर्म के धनी साथ साथ भाग्य से  भी धनी बना रहा है। इसका मतलब यह है कि इस वर्ष आप जितना अधिक परिश्रम करेंगे, उतना ही भाग्य भी आपका साथ देगा, जिससे आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में शुभ फल प्राप्त होंगे। वार्षिक राशिफल 2022 आपके लिए विशेष है, क्योंकि एक तो वर्ष बुधवार से शुरू हो रहा है, और दूसरा वर्ष आरंभ के समय वर्ष 2022 की लग्न कुंडली भी कन्या राशि की बन रही है।  इसका यह अर्थ है की बुध, जो आपकी राशि का स्वामी भी है, इस वर्ष के राजा भी होंगे, आप इस वर्ष खुद को बहुत भाग्यशाली मान सकते है ।

कन्या राशि 2022 के अनुसार , बुध आपके लिये कर्मक्षेत्र के मालिक भी हैं और बुध कर्मभाव को सातवें दृष्टिकोण से देख भी रहे हैं।  बुध का बृहस्पति के साथ होना यह संकेत करता है कि आपको इस साल करियर में अच्छी सफलता मिल सकती है। आपके दिमाग में कई नई योजनाएँ आ सकती हैं। बुध और गुरु के साथ-साथ सूर्य, जो आपके आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा। इससे भविष्य में आपको पूरे साल इसका लाभ मिलता रहे। भाग्य का स्वामी शुक्र भी आपके भाग्य को मजबूत कर रहे हैं और पंचम स्थान के स्वामी शनि केंद्र में विराजमान है, जो आपकी शिक्षा और संतान के लिए शुभ होने वाला है।

बृहस्पति का केंद्र में अपने ही राशि होना आपके लिए हंस महायोग बना रहा है जो बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है।  यह योग आपके जीवन में अपने सुख स्थान से, गृह स्थान से, माता के स्थान से अच्छे सुख प्राप्ति के आसार बना रहा है। जो लोग लंबे समय से घर खरीदने की सोच रहे हैं, उनके प्रयास इस साल आगे बढ़ सकते हैं, उनके घर का सपना पूरा हो सकता है। बृहस्पति आपके सप्तम भाव के स्वामी भी हैं , जो यह दर्शाते हैं कि घरेलू जीवन में भी, आपको अपने जीवन साथी से तथा अविवाहित लोगों के संबंध में अपने साथी से बहुत अच्छा समर्थन, अच्छा सहयोग  मिल सकता है। अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग भी बन रहे हैं। आपको इस समय एक अच्छा जीवनसाथी मिल सकता है।

कर्मक्षेत्र में राहु के होने की वजह से कार्यों में रुकावटें आने के भी आसार हैं। लेकिन अंत में, आपको कार्यक्षेत्र में सफलता मिल सकती है। पराक्रम के स्वामी मंगल, पराक्रम में मौजूद हैं। साहस में वृद्धि की योग बन रही हैं। आप अपने छोटे भाई-बहनों को भी अपना प्यार दे पाएंगे।

24 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन होगा, जिसके बाद आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। पिछले ढाई साल से आप पर चल रही शनि की ढ़ैय्या भी इस समय खत्म हो जाएगी। आपके पांचवें स्थान में शनि के होने कारण, आपका सम्मान बढ़ेगा, आप उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, यदि आप कानून का अध्ययन करना चाहते हैं तो आपको सफलता मिलेगी, आप शोध कार्य की ओर भी बढ़ सकते हैं।

30 मार्च को, गुरु मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जहां मकर राशि के स्वामी शनि पहले से अपनी ही राशि में उपस्थित है। गुरु और शनि की युति से नीचभंग राजयोग  बना रहे हैं, जिसके कारण आपके लिए शिक्षा और संतान प्राप्ति के योग भी बनने लगेंगे। साथ ही, गुरु की सातवीं दृष्टि आपकी उच्च राशि पर पड़ेगी और नवम दृष्टि आपकी राशि पर पड़ना, आपको अच्छी ऊर्जा देगी तथा आपका स्वास्थ्य भी अनुकूल रहेगा।

11 मई को शनि वक्री हो जाएंगे, जिसके बाद एक बच्चे की योजना बनाने वाले दंपति को देखभाल करने की आवश्यकता होगी। छात्रों को इस समय अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। पेशेवर जो अपने क्षेत्रों में कुशल हैं, लेकिन उनके पास किसी भी प्रकार की शैक्षणिक डिग्री नहीं है, वे भी संबंधित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में औपचारिक शिक्षा शुरू कर सकते हैं। जब तक शनि वक्री रहेंगें।

वक्र शनि का प्रभाव इस समय आपके विवाहित जीवन पर थोड़ा नकारात्मक हो सकता है क्योंकि शनि अपनी तीसरी दृष्टि से देख रहे होंगे। जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर भी आप इस समय थोड़ा तनाव में रह सकते हैं।

14 मई को, गुरु भी वक्री हो जाएंगें, हालांकि गुरु का वक्र शुभ माना जाता है, लेकिन इस समय गुरु का प्रभाव पूरे कुंडली में फैलता है, जो अच्छे परिणाम देता है लेकिन थोड़े समय के लिए।

30 जून को गुरु धनु राशि में चले जाएंगे। परिवार के बारे में जो बातें अधूरी रह गई थीं, वे इस समय पूरी हो सकती हैं। यही वो समय है जब आप प्रोपर्टी संबंधी कोई डील फाइनल कर सकते हैं।

13 सितंबर को, गुरु के मार्गी होते ही, आपके जीवन का वाहन जो पटरी से उतरता हुआ दिखाई दे रहा था, एक बार फिर से ट्रैक पर आ जाएगा।

राहु-केतु का परिवर्तन 23 सितंबर को हो जाएगा। जहां वे कर्मभाव से आपके भाग्य स्थान में आएंगे। राहु के भाग्य स्थान में होने की वजह से व्यक्ति धार्मिकता से विमुख हो जाते हैं और सहन-शक्ति व धैर्य में कमी भी आ सकती है। इस समय आपको थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता होगी। बुद्धिमानी एवं विवेक से काम लेना आवश्यक है। भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। जल्दबाजी बिल्कुल  भी नहीं करें। अगर आप ऐसा करने में सफल रहते हैं, तो राहु आपके लिए भाग्य में उन्नति के योग बना रहे हैं ।

इसी समय, केतु को आपकी राशि से तीसरे स्थान में आ रहे हैं , जो कि पराक्रम का स्थान है। इस समय में आपको अपने छोटे भाई-बहनों के साथ मतभेद से बचना होगा। यात्रा के दौरान भी सावधानी रखें। कुल मिलाकर इस समय आपको सतर्क रहने की आवश्यकता होगी, अन्यथा आकस्मिक दुर्घटना की कहावत “सावधानी हटी दुर्घटना घटी” आपके लिए सार्थक हो सकती है। अपने पराक्रम को बढ़ाने का भी यही समय होगा, क्योंकि केतु को अक्सर मंगल के सामान में फलदायी माना जाता है और केतु भी मंगल की राशि में होगा। छोटी-छोटी यात्राओं के योग भी आपके लिए बनेंगें। कामकाज संबंधी यात्राओं के सफल होने की उम्मीद की जा सकती है।

29 सितंबर को शनि मार्गी होते ही आपको भी राहत मिलेगी। जो भी काम बिगड़ रहे थे, वे वापस ट्रैक पर आ जाएंगे।

20 नवंबर को गुरु फिर से मकर राशि में आएंगे। जिसके बाद यह आपके लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है।

कुल मिलाकर, कन्या राशिफल 2022 हिंदी आपके लिए संकेत कर रहा है कि आप इस साल बहुत कुछ हासिल करने जा रहे हैं।

December 19, 2019
tarot card reading for virgo

कन्या राशिफल 2022

वार्षिक राशिफल 2022